इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने हाल ही में कड़े शब्दों में देश की वर्तमान स्थिति पर अपनी राय रखी है। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने देश से प्यार है और उनकी आवाज को दबाया नहीं जा सकता। उन्होंने लोकतंत्र में हमारी बात को सुना जाने की मांग की है। यह वक्त ऐसा है कि पानी सिर से ऊपर हो गया है और लोगों को अपनी आवाज को उचित माध्यम से सुनाने का हक है।
ये अरफा की victim card strategy बिगाड़ रहा है😂#Haldwani #Uttarakhand pic.twitter.com/S1p2Rg6YMq
— Kreately.in (@KreatelyMedia) February 9, 2024
यूपी के बरेली में IMC प्रमुख तौकीर रजा ने हल्द्वानी हिंसा को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि “तुम हमारे घर पर बुलडोजर चला दोगे तो क्या हम चुप बैठेंगे? अब किसी बुलडोजर को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट अगर संज्ञान नहीं ले रहा है तो हम अपनी हिफाजत खुद करेंगे.… pic.twitter.com/0bE2fQ7N8t
— Zee News (@ZeeNews) February 9, 2024
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में हाल ही में मौलाना तौकीर रजा ने जेल भरो आंदोलन का आयोजन किया। इस आंदोलन का कारण हल्द्वानी हिंसा और ज्ञानवापी पर कोर्ट के फैसले का विरोध था। उन्होंने फैसले के खिलाफ आवाज उठाई और सामाजिक समर्थन प्राप्त किया। इस आंदोलन के दौरान रजा के विवादित बयान ने माहौल को उत्तेजित किया और अशांति फैल गई।
मौलाना तौकीर रजा खान जेल भरो आंदोलन की शुरुआत कर रहे हैं, जुमा की नमाज के बाद बरेली में अपने समर्थकों के साथ देंगे गिरफ्तारी, वीडियो जारी कर की ये अपील। pic.twitter.com/B4EmVymKMk
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जुमे की नमाज के बाद रजा के समर्थन में लोगों की भीड़ ने सड़कों पर उतरा। प्रशासन ने इस घटना के प्रति चौकन्ना रिएक्शन दिखाया और इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया। तौकीर रजा समेत कई लोगों को नोटिस जारी किया गया है, और उन्हें उचित कार्रवाई के लिए कहा गया है।
हाल ही में हल्द्वानी में बनभूलपुरा क्षेत्र में मलिक के बगीचे में बने अवैध मदरसे और नमाज स्थल को नगर निगम की टीम ने ध्वस्त किया। इस कार्रवाई के दौरान हिंसात्मक आंदोलन हुआ और कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस घटना के पश्चात् रजा ने अपनी राय रखी और कहा कि वे अपने देश के खिलाफ ध्वस्तीकरण का विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की स्थिति को देखकर वे किसी भी स्थिति में चुप्पी साधने को तैयार नहीं हैं।
रजा ने अपने समर्थकों के साथ इस्तीफा देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि वे देश में नफरत का माहौल नहीं चाहते हैं और अपने अधिकारों का सम्मान करते हैं। उन्होंने भी साझा किया कि इस प्रकार की स्थिति में उन्हें कुछ नहीं करने का विकल्प नहीं है, और यही कारण है कि वे जेल जाने को तैयार हैं।
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मौलाना रजा ने अपने संदेश में देश में शांति और सामंजस्य का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि जुल्म को किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जा सकता है, और इस प्रकार की घटनाओं को देखते हुए उन्हें जेल जाना बेहतर लगता है। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि देश में राजनीतिक और सामाजिक स्थिति में तनाव है, और इसे हल करने के लिए लोगों को साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है।